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अमेरिका ने निकारागुआ के अटॉर्नी जनरल पर लगाया प्रतिबंध

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वाशिंगटन। अमेरिका ने निकारागुआ के अटॉर्नी जनरल वेंडी कैरोलिना मोरालेस उर्बिना पर प्रतिबंध लगाया है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) ने गुरुवार को एक बयान में यह जानकारी दी। बयान के अनुसार, ट्रेजरी विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) ने निकारागुआ के अटॉर्नी जनरल वेंडी कैरोलिना मोरालेस उरबिना को ओर्टेगा-मुरीलो शासन के उत्पीड़न में शामिल होने के लिए प्रतिबंध लगाया है।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि मोरालेस उर्बिना पूर्व में स्वतंत्र मीडिया आउटलेट, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और राजनीतिक कैदियों की वास्तविक संपत्तियां जब्त करने के लिए जिम्मेदार है। बयान के अनुसार, “मोरालेस अर्बिना ने स्पष्ट रूप से संघ की स्वतंत्रता को दबाने के लिए कानून के अंतर्गत हजारों गैर-सरकारी संगठनों की संपत्ति जब्त कर ली। उन्होंने निकारागुआ से निर्वासित किए गए 222 राजनीतिक कैदियों को सभी संपत्तियों को बेदखल कर दिया।”

अमेरिकी ट्रेजरी ने कहा कि निकारागुआ के अटॉर्नी जनरल एक प्रमुख व्यक्ति थे जो निकारागुआ के विपक्षी सदस्यों को आतंकवादी के रूप में नामित करने की रणनीति तैयार कर रहे थे। बयान के अनुसार, उन्होंने वित्तीय संसाधनों को अवरुद्ध करने के लिए एक मौजूदा आतंकवाद विरोधी कानून का उपयोग किया।ट्रेजरी के अंडर सेक्रेटरी ब्रायन नेल्सन ने कहा, “निकारागुआ के अटॉर्नी जनरल, ओर्टेगा-मुरिलो शासन [निकारागुआ के राष्ट्रपति डैनियल ओर्टेगा और उपराष्ट्रपति रोसारियो मुरिलो] के साथ मिलकर, बिना किसी कानूनी आधार के सरकार के राजनीतिक विरोधियों की संपत्ति जब्त करके असंतोष को दबाने के लिए एक समन्वित अभियान चलाकर अपने कार्यालय का दुरुपयोग किया।”बयान में कहा गया कि 2018 में निकारागुआ में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए थे लेकिन अधिकारियों ने प्रदर्शनों को दबा दिया और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जेल में बंद कर दिया।

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Neha Singh

नेहा सिंह इंटर्न डिजिटल पत्रकार हैं। अनुभव की सीढ़ियां चढ़ने का प्रयत्न जारी है। ई-रेडियो इंडिया में वेबसाइट अपडेशन का काम कर रही हैं। कभी-कभी एंकरिंग में भी हाथ आजमाने से नहीं चूकतीं।

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