जम्मू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन दिन की जम्मू कश्मीर यात्रा के दूसरे दिन जम्मू में एक रैली को संबोधित किया और राज्य के विकास का रोडमैप साझा किया। राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के एक दिन बाद रविवार को अमित शाह ने रैली में कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद प्रदेश में विकास का नया सफर शुरू हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि अब यहां किसी को डरने की जरूरत नहीं है। शाह की रैली पहले भगवती नगर में होनी थी, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से जम्मू यूनिवर्सिटी के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में उनकी रैली हुई।
रैली में अमित शाह ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा- हम ऐसी स्थिति बनाने चाहते हैं, जिससे एक भी व्यक्ति की जान न जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिरों की जमीन और राज्य की शांति में खलल डालने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। शाह ने कहा- आजादी के बाद पहली बार जम्मू कश्मीर में पर्यटन के लिए निर्माण कार्य शुरू हुए हैं। दो साल के अंदर मेट्रो सेवा शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शनिवार को हेलीकॉप्टर पॉलिसी की घोषणा हुई। अब जम्मू के हर जिले में हेलिपैड बनाए जाएंगे।
अमित शाह ने मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए जम्मू कश्मीर के सात हजार लोगों को नौकरी की चिट्ठी देने का ऐलान किया। उन्होंने प्रदेश में 12 हजार करोड़ रुपए का निवेश आने और जम्मू कश्मीर में सात नए मेडिकल कॉलेज शुरू करने की बात कही। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही 55 हजार करोड़ का पैकेज जम्मू कश्मीर को दिया। उन्होंने कहा- यह मोदी जी का शासन है। किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।
उन्होंने प्रदेश की राजनीति में परिवारवाद को परोक्ष रूप से निशाना बनाते हुए कहा- तीन परिवार वाले मुझसे पूछ रहे थे कि क्या दोगे। आप ही बताइए की इन परिवार वालों को अब तक किसकी चिंता रही है। उन्होंने 70 सालों में जम्मू कश्मीर को क्या दिया। उन्होंने दावा किया कि जम्मू कश्मीर में निवेश के चलते पांच लाख नए रोजगार पैदा होने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर प्रधानमंत्री मोदी के दिल में बसता है। गृह मंत्री ने रविवार को आईआईटी जम्मू के नए कैंपस का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उप राज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे।