अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को नवाब युसुफ रोड सिविल लाइंस में स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पर धरना प्रदर्शन किया। जांच एजेंसी के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन करते हुए मार्च निकाला। इस दौरान सिविल लाइंस में पुलिस के साथ कांग्रेसियों की तीखी नोकझोंक हुई। देशव्यापी आंदोलन के तहत कांग्रेसजनों ने ईडी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
नेताओं ने कहा कि ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाएं सरकार की कठपुतली बनकर रह गई हैं और सत्ता पक्ष के नेताओं के ईशारे पर कार्य कर रही हैं। विरोधी दल के के लोगों को गलत तरीके से फंसा रही हैं। इस दौरान ईडी-सीबीआई शर्म करो, ईडी-सीबीआई मुर्दाबाद आदि नारे लगाए गए। कांग्रेसियों को काबू करने में पुलिस के पसीने छूट गए। मौके पर पुलिस के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स को भी बुला लिया गया।
बताते चलें कि कांग्रेसी का यह प्रदर्शन अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की जेपीसीजांच और सेबी चीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर है। दरअसल, 10 अगस्त को सामने आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सेबी चीफ माधबी बुच की अडाणी ग्रुप की ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी थी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यवीर सिंह ने बताया कि यह प्रदर्शन ईडी के खिलाफ है। यह सरकार ईडी का गलत इस्तेमाल कर रही है। ईडी एक निष्पक्ष एजेंसी है लेकिन इसका दुरूपयोग किया जा रहा है। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सरकार ईडी का सहारा ले रही है लेकिन कांग्रेस इसे नही होने देगी।