आईटीबीपी बरेली में घुसपैठ, तीन कर्मियों ने फर्जी प्रमाण पत्र से पाई नौकरी

  • सत्यापन में सर्टिफिकेट फर्जी, थाना कैंट में कराई गई एफआईआर
  • रोशनी, पार्वती प्रीति ने कर्मचारी चयन आयोग से हुई थी उत्तीर्ण, पाई नियुक्ति

बरेली। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) कांस्टेबल (जीडी) भर्ती में फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। तृतीय वाहिनी, बरेली द्वारा की गई जांच में तीन महिला रिक्रूट्स ने फर्जी स्थायी निवास प्रमाण पत्र पर नौकरी हासिल कर ली। आईटीबीपी द्वारा दस्तावेज जांच बाद तीन महिला रिक्रूट्स पार्वती कुमारी, रोशनी प्रजापति और प्रीती यादव खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है। तीनों पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे आइटीबीपी में भर्ती होने का आरोप है।

क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम बरेली आशुतोष शिवम ने जानकारी दी कि
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल दण्डपाल द्वारा थाना कैण्ट पर उपलब्ध करायी गयी तीन तहरीर आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया है।
तीनों के खिलाफ एफआईआर में आईटीबीपी ने स्पष्ट किया है कि आईटीबीपी में किसी भी तरह की फर्जी जानकारी या दस्तावेजों के आधार पर हुई भर्ती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तीनों मामलों की जांच अब कैंट थाना पुलिस द्वारा की जा रही है। कैंट इंस्पेक्टर राजेश कुमार का कहना है कि जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारी चयन आयोग से नियुक्ति, सत्यापन में फर्जी मिले सर्टिफिकेट

आईटीबीपी तृतीय वाहिनी द्वारा यह मामला तब पकड़ा गया, जब चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। पार्वती कुमारी पुत्री मोहर सिंह, ने असम नगांव जिले का स्थायी निवास प्रमाण पत्र जमा किया था, लेकिन सत्यापन में पता चला कि उक्त प्रमाण पत्र न तो संबंधित कार्यालय द्वारा जारी किया गया और न ही वह उस पते पर स्थायी रूप से निवास करती हैं।

तीन महिला आईटीबीपी सिपाहियों पर कार्यवाही

जांच में फर्जी पाए गए दस्तावेज
इसी प्रकार रोशनी प्रजापति पुत्री वीर बहादुर प्रजापति ने असम कछार जिले का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। लेकिन उपायुक्त कार्यालय, कछार, सिलचर रिपोर्ट में यह प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। तीसरे मामले में प्रीती यादव पुत्री रामकिरत यादव ने भी कछार जिले के डूलोग्राम क्षेत्र का प्रमाण पत्र पेश किया, जो जांच में गलत पाया गया। उनके प्रमाण पत्र को भी जिला प्रशासन ने अमान्य घोषित कर दिया। तीनों अभ्यर्थियों ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा आयोजित वर्ष 2024 कांस्टेबल (जीडी) परीक्षा माध्यम से चयन प्राप्त किया था, लेकिन दस्तावेज सत्यापन में फर्जीवाड़ा सामने आते ही आईटीबीपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। तीनों पर कार्रवाई कर दी है। पता लगाया जा रहा है यह तीनों महिला कर्मियों का मूल निवास कहां पर है।