Jan Kalyan Sewa Sansthan ने विद्युत अधिकारियों को घेरा

Jan Kalyan Sewa Sansthan ने एक उपभोक्ता से जुड़े बिजली कनेक्शन मामले में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं। संस्था के अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लि. के अधीक्षण अभियंता को एक पत्र भेजकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

पत्र में आरोप है कि उपभोक्ता अलका गिरी निवासी नील कंठपुरम, भोला रोड मेरठ ने 4 जून को नया विद्युत कनेक्शन लेने के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि विद्युत विभाग के अवर अभियंता ने रिश्वत न मिलने के कारण एस्टीमेट को बार-बार बदला और पहले से भी अधिक रकम वाला एस्टीमेट उपभोक्ता को थमा दिया।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उपभोक्ता से विभागीय कर्मचारियों द्वारा कथित रूप से अवैध रूप से अतिरिक्त धनराशि की मांग की गई, जिसे संस्था ने स्पष्ट रूप से ‘रिश्वतखोरी’ करार दिया है। संस्था के अनुसार, यह मामला केवल लापरवाही का नहीं, बल्कि एक सुनियोजित भ्रष्टाचार और उपभोक्ताओं के आर्थिक शोषण का है।

Jan Kalyan Sewa Sansthan ने कहा कि यह मामला आम जनता की उम्मीदों और सरकारी व्यवस्था दोनों पर गहरा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने मांग की कि इस प्रकरण में लिप्त अधिकारियों की निष्पक्ष जांच कर सस्पेंड किया जाए और विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाई जाए।

जन कल्याण सेवा संस्थान ने यह पत्र अधीक्षण अभियंता के साथ-साथ विद्युत विभाग के अन्य उच्च अधिकारियों, मुख्यालय लखनऊ, जोन कार्यालय मेरठ, एवं संबंधित अभियंता को भी भेजा है।