पुलिस ने किया हत्याकांड का खुलासा, हत्यारे पति-पत्नी गिरफ़्तार

  • उधार लिए पैसों को ना चुकाने को लेकर की गई हत्या
  • दूध में नशीला पदार्थ पिलाकर नशे में करके तकिए से मुंह दबाकर की गई थी हत्या
  • कब्जे एवं निशानदेही पर मृतक का शव एक बड़ा बैग व मृतक की एक स्कूटी(हौंडा एक्टिवा) बरामद
  • फाईज़ अली सैफी || ई रेडियो इंडिया

गाज़ियाबाद। आपको बताते चलेगी गत् 5 जनवरी को वादी कृष्णकांत ने थाना मधुबन-बापूधाम पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि उसके पिता ज्ञान प्रकाश पिछले 24 घंटों से लापता हैं और वह उनकी गुमशुदगी दर्ज कराना चाहता हैं। जिसके चलते पुलिस ने ज्ञान प्रकाश की गुमशुदगी दर्ज कर ली और जांच शुरू कर दी थी। जिसके उपरांत पुलिस ने प्रकाश में आए तथ्यों के आधार पर गुमशुदगी को अपहरण की धारों में तरमीम कर दिया था। वहीं, दूसरी तरफ वादी द्वारा शक के दायरे में आए तीन लोगों को नामजद भी किया गया था।

आपको बता दें कि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इस घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए एसपी नगर निपुण अग्रवाल, सीओ नगर द्वितीय अवनीश कुमार व क्राइम ब्रांच सर्विलांस टीम समेत तीन टीमों का गठन किया था तथा गुमशुदा की बरामदगी के लिए कड़े निर्देश भी जारी किए थे। जिसके चलते इसी कड़ी में पुलिस टीमों ने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज कंगाली थी। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई थी कि किसी महिला द्वारा मृतक के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया गया हैं।

जिसके उपरांत महिला अपने पति के साथ बिहार, बंगाल आदि राज्यों में फरार हो गई थी। जिसको मद्देनज़र रखते पुलिस टीमों ने कड़ी मेहनत-मशक्कत व अथक प्रयासों के बाद इलेक्ट्रॉनिक-सर्विलांस, मैनुअल-इंटेलिजेंट, भौतिक व संकलित किए गए अन्य साक्ष्यों के आधार पर दोनों अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया गया। हालांकि, पुलिस ने इनकी निशानदेही पर गुमशुदा ज्ञान प्रकाश के शव को बरामद कर लिया हैं। जिसकी वादी द्वारा शिनाख्त की गई तो वह उसका पिता ज्ञान प्रकाश ही निकला हैं।

पुलिस को पकड़े गए अभियुक्तों ने अपना नाम विनोद पुत्र शिवजी निवासी थाना सूर्यपुरा रोहतास बिहार और दूसरी अभियुक्ता एक महिला हैं, जिसने अपना नाम प्रीति पुत्री विशन वशिष्ठ निवासी हाल थाना कविनगर गाज़ियाबाद बताया हैं, जोकि अभियुक्त विनोद की पत्नी हैं। पुलिस को इनके कब्जे एवं निशानदेही पर मृतक का शव, एक बड़ा बैग और मृतक की एक स्कूटी(हौंडा एक्टिवा) भी बरामद हुई हैं।

पूछताछ में पकड़ी गई अभियुक्ता प्रीति ने बताया कि वह कविनगर थानाक्षेत्र के गोविंदपुरम इलाके में रहती थी और फिर उसने विनोद से शादी कर ली थी। अभियुक्ता ने बताया कि उसने 2 वर्ष पहले मृतक ज्ञान प्रकाश से 40 हज़ार रुपए ब्याज पर लिए थे। उसके बाद फिर अभियुक्ता ने दोबारा में ज्ञान प्रकाश से एक लाख रुपए और ले लिए थे। अभियुक्ता ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया कि पैसे ना छुपाने पर ज्ञान प्रकाश उसका शारीरिक शोषण करता था। इस बात को अभियुक्ता ने अपने पति विनोद को भी बता दी थी। जिसके चलते दोनों पति-पत्नी ने ज्ञान प्रकाश की हत्या की योजना बना ली थी और फिर अभियुक्ता ने ज्ञान प्रकाश को जालसाजी से फोन करके गत् 4 जनवरी की शाम अपने यहां किराए के घर बुला लिया था और पति को पूरी योजना के तहत दूसरे कमरे में छुपा दिया था। अभियुक्ता ने बताया कि ज्ञान प्रकाश शारीरिक संबंध बनाने से पहले सेक्स वर्धक गोली खाया करता था और उसने हमेशा दूध भी चाहिए करता था।

गौरतलब है कि पूरी योजना के तहत अभियुक्ता ने ज्ञान प्रकाश को दूध में नशीली गोलियां मिला दी थी। ज्ञान प्रकाश के दूध पीते ही वह कुछ ही समय में बेहोश होकर गिर पड़ा था। जिसके उपरांत जब ज्ञान प्रकाश के शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तो योजना के तहत दोनों पति-पत्नी ने ज्ञान प्रकाश का मुंह तकिए से दबाकर उसकी हत्या कर दी और जैसे ही इन्होंने ज्ञान प्रकाश की तलाशी ली तो इन्हें ज्ञान प्रकाश के पास से 35,00 रुपए की नगदी के मिली जोकि इन्होंने अपने पास रख ली थी।

बता दें कि अभियुक्त गणों ने ज्ञान प्रकाश की नगदी में से 14,00 रुपए का एक हरे कलर का बड़ा बैग खरीदा था और फिर ज्ञान प्रकाश के शव को प्लास्टिक के बोरा में डालकर उसे बैग में रखकर पैक कर दिया था। इतना ही नहीं, फिर अभियुक्ता ने अपने जानकार एक ऑटो वाले का नंबर डायल किया और फिर उसे जालसाजी से उसे अपने मकान/घर पर यह कहकर बुलाया कि उसे कुछ सामान देने जाना हैं आप आ जाइए।

दरअसल, अभियुक्त विनोद योजना के तहत मृतक ज्ञान प्रकाश की स्कूटी लेकर आया और फिर शव को ऑटो रिक्शा में रखकर ऑटो चालक को थाना कोतवाली क्षेत्र की सिविल लाइन चौकी से थोड़ा आगे लाकर खड़ा कर दिया था। जिसके उपरांत दोनों पति-पत्नी स्कूटी पर बैग में पैक ज्ञान प्रकाश के शव को कॉन्टिनेंटल कारबन कंपनी विजयनगर क्षेत्र के पास स्थित गंदे नाले में फेंक दिया था और फिर वापस आकर ऑटो चालक को यह कहते हुए किराए के 5,00 रुपए दे दिए कि हमने सामान दें दिया हैं और फिर दोनों पति-पत्नी अपने किराए के मकान/घर पर वापस चले गए थे।

आपको यह भी बता दें कि इसके उपरांत अभियुक्त गण मृतक ज्ञान प्रकाश की स्कूटी से मेरठ के लिए निकल गए थे तथा वापस लौटते समय अभियुक्त गणों ने रास्ते में मोदीनगर स्थित एक एटीएम से मृतक के एटीएम कार्ड से 30 हज़ार रुपए की नगदी निकाल ली थी। इतना ही नहीं, फिर मुरादनगर पहुंचने पर अभियुक्त गणों ने एक और एटीएम से 20 हज़ार रुपए की नकदी निकाल ली और फिर दोनों अभियुक्त गण मोहननगर से सीधा बस पकड़कर देहरादून के लिए निकल गए थे।

सीओ नगर द्वितीय जानकारी देते हुए बताया कि एसएसपी द्वारा संज्ञान लेते हुए तीन टीमों का गठन किया गया था। जिसके चलते पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हत्याकांड का खुलासा कर हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों आरोपित पति-पत्नी को गिरफ़्तार कर लिया हैं तथा इनसे मृतक ज्ञान प्रकाश के शव को बरामद कर लिया हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक बड़ा बैग और मृतक की स्कूटी भी बरामद कर ली हैं। पुलिस ने इनके विरुद्ध कानूनी-कार्रवाई करते हुए अपरहण के दर्ज मुकदमें को हत्या और सबूत मिटाने आदि की धाराओं में तरमीम करते हुए इनको जेल भेज दिया हैं।

वहीं, इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपितो की गिरफ़्तारी करने वाले टीम में थाना मधुबन-बापूधाम प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार खारी एवं स्वाट टीम प्रभारी संजय कुमार पांडे व उनकी टीम के वरिष्ठ उपनिरीक्षक अजीत शर्मा, उपनिरीक्षक रानु चौधरी, राजेंद्र पाल सिंह और महिला सिपाही सीता भी मौजूद रही हैं।