Ring Road Meerut : शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बनाई जाने वाली रिंग रोड के 13.4 किमी लंबे एक हिस्से के लिए 12 गांवों के 600 से ज्यादा किसान परिवारों को 480 करोड़ रुपये से अधिक मुआवजा राशि का वितरण किया जाना है। इस भुगतान के लिए किसानों और भूमि मालिकों के दस्तावेज और विवरण जुटाने के लिए जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि किसानों को कलक्ट्रेट न बुलाकर उनके गांव में ही शिविर लगाए जाएंगे। शिविर जून महीने के प्रथम सप्ताह में लगेंगे।
इस प्रकार है योजना
रूड़की रोड को मवाना रोड से जोड़ेगी 13.4 किमी लंबी सड़क शहर के बाहर रिंग रोड को पूरा करने के लिए रुड़की रोड (एनएच 58) तथा मवाना रोड (एनएच 119) को आपस में जोड़ा जाना बाकि है। इसके लिए 13.4 किमी लंबी सड़क का निर्माण करने की तैयारी एनएचएआइ ने की है। यह मार्ग 12 गांवों की 133 हेक्टेयर भूमि में बनेगा। इससे आगे सलारपुर से सिसौली (गढ़ रोड) तक तथा सिसौली से हापुड़ रोड तक के हिस्से का निर्माण गढ़ रोड के चौड़ीकरण के कार्य के साथ शुरू हो चुका है।
भुगतान के लिए चाहिए भूमि मालिकों का ब्यौरा
इस मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। किसानों के मुआवजा के अवार्ड शासन से स्वीकृत हो चुके हैं। अब भुगतान के लिए भूमि मालिकों का विवरण (उनकी पहचान और बैंक खाते की जानकारी) दर्ज किया जाना है। 12 गांवों के 600 से ज्यादा किसान परिवारों का यह विवरण जुटाया जाना है।
जून के प्रथम सप्ताह में लगेंगे गांवों में शिविर
जिला प्रशासन ने भूमि मालिकों का विवरण जुटाने के लिए उन्हें कलक्ट्रेट न बुलाकर उनके गांवों में ही शिविर लगाने का निर्णय लिया है। प्रत्येक गांव में एक दिन शिविर लगेगा। यानि 12 गांवों को 12 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
रिंग रोड से संबंधित तथ्य
कुल लंबाई 13.4 किमी
कुल गांव 12
कुल जमीन 133.32 हेक्टेयर
यह सड़क शहर के बाहर रिंग रोड का रिंग पूरा करेगी। जो कि शहर को जाम से मुक्ति देगी। अब भूमि मालिकों को मुआवजा भुगतान करने की तैयारी है। जिसके लिए किसानों की सुविधा के लिए उनका विवरण उनके गांव में शिविर लगाकर जुटाया जाएगा। शिविर जून के पहले सप्ताह से शुरू होंगे। भूमि मालिक अपनी तिथि पर गांव में ही मिले और सभी दस्तावेज तैयार रखें।
– सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एडीएम भूमि अध्याप्ति