- मुरादाबाद
सम्भल में आगरा-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर बहजोई के लहरावन गांव के पास रात करीब एक बजे हुए सड़क हादसे में सात बरातियों की मौत हो गई। इसके अलावा 10 लोग घायल हैं। इनकी स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल में हुए सड़क हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ितों की सहायता करने व घायलों को जल्द से जल्द बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
चन्दौसी के सीता आश्रम से देर रात बराती बस से छपरा गांव लौट रहे थे। इस दौरान लहरावन गांव के पास बस का पहिया बदला जा रहा था। हादसा उस वक्त हुआ जब बरातियों से भरी बस का टायर पंचर हो गया।
बस को खड़ी कर टायर बदलने का काम चल रहा था कि पीछे से तेज स्पीड से आई डग्गामर बस ने टक्कर मार दी। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ लोग नीचे खड़े देख रहे थे। इतने में तेज गति से आई डग्गामार बस ने जोरदार टक्कर मार दी।
हादसे में बराती वीरपाल पुत्र ओमकार, हप्पू पुत्र श्रीराम सिंह, छोटे पुत्र राजपाल, राकेश पुत्र रूपसिंह, अभय पुत्र रामबाबू, विनीत कुमार पुत्र नेत्रपाल निवासी गांव छपरा और भूरे पुत्र राजपाल निवासी गांव कौआखेरा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को बहजोई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है। हादसे से असंतुलित हुई डग्गामार बस भी सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। उसके चालक, परिचालक फरार हैं।
हादसे के बाद मची अफरातफरी : हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। सब कुछ इतना तेज हुआ कि किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिल पाया। सूचना मिलने पुलिस मौके पर पहुंच गई। मदद से वाहन में फंसे शवों और घायलों को बाहर निकलवाया गया।
घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है, ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है। घायलों के स्वजन को हादसे की सूचना दे दी गई है।अस्पताल तक मची चीख-पुकार : हादसे के बाद जिला अस्पताल लाए गए घायलों के स्वजन और मरने वालों के परिवार के लोगों की चीख से पूरा अस्तपाल परिसर गूंज रहा था।
एक साथ इतनी संख्या में मरीजों को देख स्वास्थ्य कर्मियों के भी हाथपांव फूल गए। डॉक्टरों और अन्य स्टाफ ने आनन-फानन में घायलों का इलाज शुरू किया। घायलों को कराहते और चिल्लाते देख लोगों का दिल रो पड़ा।
अस्पताल में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद : इतने बड़े हादसे के बाद तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया। घटनास्थल के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल में भी पहुंचे। वे घायलों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।