Shamshan Ghat Hadsa: मुरादनगर नगर में श्मशान घाट की छत गिरने के बाद मरने वाले 24 लोगों के परिजनों में आक्रोश व्याप्त है ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब कड़ा रुख अख्तियार किया है।
अधिशासी अधिकारी के निलंबन का आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने कमिश्नर और डीएम से स्पष्टीकरण मांगा है। माना जा रहा है कि मंडलायुक्त और डीएम को हटाया भी जा सकता है। कल परिजनों के रास्ते को जाम कर देने के बाद सरकार ने दस लाख काा मुआवजा की बात स्वीकारी है और परिजनों को योग्यता के अनुसार नौकरी देने का भी ऐलान किया है।
Shamshan Ghat Hadsa पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना लेंगे जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को विशेष विमान से मुरादनगर के लिए भेजा है जहां पर वह मौका मुआयना करेंगे और वस्तुस्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे। सीएम ने कमिश्नर और डीएम से स्पष्टीकरण पहले ही मांगा है और अब प्रदेश के कड़क मंत्री सुरेश खन्ना को मौके पर भेजने का मकसद भी यही निकाला जा रहा है कि डीएम कमिश्नर सहित कई अधिकारियों पर बड़ी कार्यवाही की तैयारी है।
नगर विकास के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने बताया है कि विभागीय जांच शुरू कर दी गई है अधिशासी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, जूनियर अभियंता चंद्रपाल सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा गया है, सबसे बड़ी बात यह है कि शमशान घाट के लिए आवंटित धनराशि का कितना प्रतिशत सही रूप में शमशान की छत बनाने में इस्तेमाल किया गया है उसकी भी जांच की जा।
लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर भी आएंगे जद में
मुरादनगर श्मशान घाट की इस घटना के बाद इस पूरे प्रकरण में जांच करने वाले लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर भी जद में आएंगे। गौरतलब है कि इस पूरे प्रकरण में के इंजीनियर ने थर्ड पार्टी के रूप में इंस्पेक्शन किया था और क्लियर सर्टिफिकेट दिया था।