नई दिल्ली, श्रीलंका में लोग सड़कों से लेकर राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास तक कब्जा किए हुए हैं। राजपक्षे परिवार से लोगों की नाराजगी का आलम यह है कि उनकी मांग है जब तक गोटाबया राजपक्षे इस्तीफा नहीं दे देंगे लोग कहीं नहीं हिलेंगे। इसी बीच राष्ट्रपति के भाई और पूर्व वित्तमंत्री बासिल राजपक्षे को एयरपोर्ट पर रोक लिया गया।
यह सब तब हुआ जब वे देश छोड़कर भागने की फिराक में थे। दरअसल, इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीती रात को ही गोटाबया और महिंदा के छोटे भाई बासिल राजपक्षे ने देश छोड़ने की कोशिश की। जैसे ही वे कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे वहां उन्हें देखकर एयरपोर्ट के कर्मचारी और अधिकारी ही भड़क गए।
बताया जा रहा है कि वे देश छोड़ने की फिराक में थे। लेकिन एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन स्टाफ ने ड्यूटी करने से इनकार कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक पूरी एयरपोर्ट यूनियन ने बासिल राजपक्षे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हंगामा कर दिया। असल में बासिल राजपक्षे सिल्क रूट का इस्तेमाल करके श्रीलंका से बाहर जाना चाहते थे।
लेकिन एयरपोर्ट के इमीग्रेशन स्टाफ उनके ऊपर भड़क गया और उनका विरोध होने लगा। इसके बाद आखिरकार राजपक्षे को वापस लौटना पड़ा। इसी बीच श्रीलंकाई इमिग्रेशन ऑफिसर्स एसोसिएशन ने अपने एक बयान में कहा कि देश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसी आधी रात से अगली सूचना तक ‘सिल्क रोड’ यात्री निकासी गतिविधियों को रोकने का फैसला किया गया है। यह भी कहा गया है कि फिलहाल बासिल राजपक्षे इस समय देश छोड़ने की स्थिति में नहीं हैं।
उधर पूरे देश में सरकार विरोधी प्रदर्शन अभी भी जारी हैं। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे तथा प्रधानमंत्री रॉनिल विक्रमसिंघे के आवासों पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा है। देश में उथल-पुथल के बीच राष्ट्रपति फिलहाल कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन इस बीच संसद अध्यक्ष ने दावा किया है कि राष्ट्रपति गोटबाया देश में ही हैं। श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने सोमवार को स्पष्ट किया कि गोटबाया राजपक्षे अभी भी देश में हैं।