मेरठ। किठौर और परीक्षितगढ़ क्षेत्र के जंगल में किसानों के बीच तेंदुए की दहशत बरकरार है। हालांकि वन विभाग की टीम ने पूरे इलाके में मुस्तैद है और संगीनों के साये में गेहूं और गन्ने की फसल की कटाई का काम हो रहा है।
भगवानपुर बांगर गांव के जंगल में गन्ने के खेत से मादा तेंदुए का शावक मिला था, जिसे किसान उठाकर घर ले आया था। हालांकि बाद में डीआर राजेश कुमार के निर्देशन में वन विभाग की टीम ने शावक को रेस्क्यू कर लिया था। रविवार और सोमवार रात में शावक को उसकी मां से मिलाने का प्रयास किया लेकिन शावक से इंसानी गंध आने के कारण मां ने उसे अपनाया नहीं।
अभी मादा तेंदुए की मौजूदगी उसी इलाके में है, जहां से शावक उससे बिछड़ गया। डीएफओ राजेश कुमार ने फिलहाल वन विभाग की तीनों टीमों को वही आसपास इलाके में तैनात किया हुआ है और खेतों में काम करने वाले किसानों को सुरक्षा दी हुई है। डीएफओ का कहना है कि अभी मादा तेंदुए ने उस इलाके को छोड़ा नहीं है और लग रहा है कि उसके साथ एक शावक और है, इसलिए पूरी निगरानी की जा रही है और जैसा लखनऊ मुख्यालय से आदेश मिलेगा आगे, वैसे ही कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल रेस्क्यू हुए शावक को मेरठ से शिफ्ट करने के लिए भी लखनऊ मुख्यालय से आदेश आने का इंतजार है।