खेकड़ा। बागपत के सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने बागपत रोड इंटरचेंज से खेकड़ा स्टेडियम तक पहुंचने वाले रास्ते के निर्माण के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान बागपत रोड इंटरचेंज से खेकड़ा स्टेडियम तक की लगभग दो किलोमीटर लंबी सड़क को बंद कर दिया गया है। यह सड़क अब एक्सप्रेसवे में समाहित हो गई है, जिससे स्थानीय खिलाड़ियों और आम नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
खेकड़ा का यह स्टेडियम कई वर्षों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की तैयारी का केंद्र रहा है। यहां से प्रशिक्षण लेकर अनेक खिलाड़ी बागपत, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर चुके हैं। परंतु सड़क के अभाव में अब खिलाड़ियों को स्टेडियम पहुंचने में दिक्कत हो रही है। न केवल उनकी दिनचर्या और प्रशिक्षण प्रभावित हो रहा है, बल्कि भविष्य की संभावनाएं भी क्षीण हो रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्टेडियम की दूरी अब काफी बढ़ गई है, जिससे नियमित अभ्यास करना कठिन हो गया है। इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से मांग की गई है कि बंद पड़ी इस सड़क को शीघ्र पुनः निर्मित किया जाए ताकि खिलाड़ियों को पुनः सुविधाएं प्राप्त हो सकें और क्षेत्र की खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिल सके।
सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने केंद्रीय मंत्री से इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सड़क निर्माण में सुविधा प्रदान की मांग की है।
बड़ागांव तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं को नहीं मिल रही सुगम पहुंच, इंटरचेंज निर्माण की उठी मांग
खेकड़ा/बड़ागांव। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) के 22500 किमी कट पर स्थित ऐतिहासिक जैन तीर्थ स्थल बड़ागांव, जहां देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं, वहां पहुंचने का मार्ग बेहद असुविधाजनक हो गया है। बड़ागांव स्थित पुरासभादेव मंदिर और इसके आसपास के ऐतिहासिक स्थल हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं। परंतु यहां पहुंचने के लिए उचित इंटरचेंज की व्यवस्था न होने से ग्रामीण, छात्र, व्यापारी और श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वर्तमान में केवल एक कट उपलब्ध, वह भी अव्यवस्थित
फिलहाल इस क्षेत्र में केवल एक ही कट मौजूद है, लेकिन वह न तो पदयात्रियों के लिए सुरक्षित है और न ही वाहनों के चढ़ने-उतरने के अनुकूल। इस कारण नजदीकी गांवों के लोग, स्कूली बच्चे, व्यापारी और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु घंटों तक जाम में फंसे रहते हैं।
तीन ओर से इंटरचेंज निर्माण की मांग
स्थानीय निवासियों और समाजसेवियों ने मांग की है कि यदि उत्तर, पूर्व और पश्चिम तीनों ओर से उचित इंटरचेंज बना दिया जाए, तो यह तीर्थ स्थल तक पहुंच को सहज बनाएगा और क्षेत्रीय विकास को भी गति देगा। इससे ना सिर्फ श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी बल्कि व्यापारिक और शैक्षणिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
प्रशासन से शीघ्र निर्णय की अपेक्षा
लोगों ने अनुरोध किया है कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के 22500 किमी कट पर स्थायी इंटरचेंज का निर्माण कराया जाए, ताकि श्रद्धालु और आमजन सरलता से बड़ागांव तीर्थ तक पहुंच सकें और ऐतिहासिक स्थलों की गरिमा बनी रह सके।