- नई दिल्ली विधानसभा चुनाव में हो रहा है घमासान
- आप, कांग्रेस और भाजपा में फंसा सियासी दांवपेंच
- किस करवट बैठेगा दिल्ली विधानसभा का चुनाव?
दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। आम आदमी पार्टी ने मौजूदा विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जगह शिक्षाविद अवध ओझा को टिकट दिया है। सिसोदिया लगातार तीन बार से इस सीट से जीतते आ रहे थे, लेकिन इस बार उन्होंने जंगपुरा से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के सामने ओझा की चुनौती काफी कड़ी होगी। सिसोदिया की विरासत को बचाए रखना भी आप के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी।
2020 के विधानसभा चुनाव में सिसोदिया ने भाजपा के रविंदर सिंह नेगी को केवल 3,207 वोटों के मामूली अंतर से हराया था, जिसके बाद से ही उनके जंगपुरा से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
अवध ओझा के सामने क्या चुनौती?
आप के लिए ओझा का चयन न केवल एक बड़ा बदलाव है, बल्कि एक बड़ी चुनौती भी है। नए उम्मीदवार ओझा को भाजपा और कांग्रेस दोनों के अनुभवी उम्मीदवारों का सामना करना होगा। इसके अलावा, यह चुनाव यह भी तय करेगा कि क्या सिसोदिया की विरासत कायम रह पाएगी। एक जाने-माने शिक्षाविद और मोटिवेशनल स्पीकर ओझा ने बताया कि उन्हें इस सीट के लिए सिसोदिया ने खुद चुना था। उन्होंने कहा, ‘मेरी जीत उनकी सफलता होगी। मनीष सिसोदिया एक राष्ट्रीय नेता हैं और उनके पास चुनाव क्षेत्र चुनने की सुविधा है। दूसरी ओर, मैं सीमित हूं, इसलिए उन्होंने मेरी उम्मीदवारी को प्राथमिकता दी।’