मिशन शक्ति फेज-5 के अंतर्गत “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम का आयोजन

Suresh kannojiya

जौनपुर। मिशन शक्ति फेज-5 के अंतर्गत शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित प्रेक्षागृह में “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विभिन्न विभागों की ओर से स्टॉल लगाए गए, जहां स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विभागीय योजनाओं की व्यापक जानकारी प्रदान की गई।जिलाधिकारी ने स्वयं सभी स्टॉलों का निरीक्षण किया और महिलाओं के द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री आवास योजना समेत कई अन्य योजनाओं का लाभ महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर दिया जा रहा है।

विशेष रूप से 70 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही है। साथ ही जिलाधिकारी ने उपायुक्त एनआरएलएम को निर्देश दिए कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना से जोड़ा जाए, जिसके तहत महिलाओं को 5 लाख रुपये तक ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाता है।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से संवाद कर उन्हें जागरूक और संगठित होकर कार्य करने की प्रेरणा दी। उन्होंने महिलाओं को सकारात्मक सोच अपनाने एवं स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हुए, वीएचएनडी सत्र में जाकर रक्त जांच कराने हेतु भी प्रोत्साहित किया। जिलाधिकारी ने समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की पैकेजिंग और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का भी सुझाव दिया।

कार्यक्रम में परियोजना निदेशक के.के. पाण्डेय, डीसी एआरएलएम जितेंद्र सिंह, एडीओ आईएसबी संजय श्रीवास्तव ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के आर्थिक विकास, सशक्तिकरण एवं सामाजिक उत्थान पर अपने विचार साझा किए। समूह की महिलाओं ने अपनी सफलता की कहानियाँ सुनाकर कार्यक्रम कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय पांडेय ने महिला हेल्पलाइन, चाइल्ड हेल्पलाइन आदि सेवाओं की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी मीनाक्षी देवी, जिला मिशन प्रबंधक गुलाब सरोज, शुभी गौड, राजीव कौशल सहित बड़ी संख्या में समूह सखियों एवं सभी एडीओ आईएसबी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का सफल संचालन परियोजना निदेशक के.के. पाण्डेय ने किया।इस आयोजन ने मिशन शक्ति के उद्देश्य के अनुरूप महिलाओं के सशक्तिकरण, उनके अधिकारों की जागरूकता तथा आर्थिक स्वावलंबन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिलाधिकारी ने उम्मीद जताई कि यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर और समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।