श्यामलाल “मोस्ट” बना ‘मोस्ट वांटेड’

श्यामलाल “मोस्ट” पर मुकदमा दर्ज, बौद्ध बिहार मंदिर कार्यक्रम में भगवा अपमान से मचा बवाल
करौंदीकला थाना क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में मामला दर्ज

Deepak Prami E Radio India Reporter Sultampur

करौंदीकला (सुल्तानपुर)। पिछले दिनों करौंदीकला थानाक्षेत्र के बौद्ध बिहार मंदिर परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर हिंदू धर्म और भगवा के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। कार्यक्रम में दिए गए विवादित बयान से क्षेत्र में रोष व्याप्त है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच के बाद मोस्ट संगठन के मुखिया श्यामलाल निषाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। उन पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने, धर्म और संस्कृति का अपमान करने तथा सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

मंच से दी विवादित टिप्पणी

जानकारी के अनुसार, बीते सप्ताह बौद्ध बिहार मंदिर में एक सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए थे। इसी दौरान मंच से श्यामलाल निषाद ने कथित तौर पर हिंदू धर्म, देवी-देवताओं और भगवा प्रतीक को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की। उपस्थित लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन आयोजन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई।

मामला पुलिस तक पहुंचा

कार्यक्रम के बाद स्थानीय लोगों ने इस घटना का वीडियो वायरल कर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया। मामले को बढ़ता देख करौंदीकला थाना पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर पुलिस ने श्यामलाल निषाद के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया। सूत्रों के मुताबिक, उन पर धारा 153ए (सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने), 295ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई की गई है।

क्षेत्र में तनाव, पुलिस सतर्क

घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। थाना प्रभारी ने बताया कि कानून-व्यवस्था के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

“मोस्ट वांटेड” बने श्यामलाल

बौद्ध बिहार के मंच से धर्म और संस्कृति पर की गई टिप्पणी के बाद मोस्ट संगठन के मुखिया श्यामलाल निषाद अब “मोस्ट वांटेड” की सूची में शामिल हो गए हैं। पुलिस टीम उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है। बताया जा रहा है कि विवाद बढ़ने के बाद से ही श्यामलाल निषाद फरार हैं।

स्थानीय नागरिकों और धार्मिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत न करे।