ब्यूरो राजस्थान
राजस्थान में गहलोत सरकार में मंत्री रहे हिंडौली विधायक अशोक चांदना का वीडियो जबरदस्त वायरल हो रहा है। पूर्व मंत्री के इस वीडियो में दिए गए बयान के बाद प्रदेश में सियासी बवाल मच गया है। भाजपा नेता पूर्व मंत्री और हिंडौली विधायक अशोक चांदना को इस मामले पर जमकर घेर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी सहित कई भाजपा नेताओं ने वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा कर महिलाओं के प्रति कांग्रेस नेताओं की सोच पर आक्रोश जताया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलंबन और सदन से बाहर निकाले जाने के बाद पार्टी के विधायक सदन के भीतर ही धरने पर बैठ गए। धरने के दौरान कांग्रेस विधायकों ने सदन में ही रात गुजारी। सदन में धरने के दौरान विधायक जब आपस में चर्चा कर रहे थे। तब हिंडौली विधायक अशोक चांदना ने चर्चा के दौरान कहा कि जिसको भी बड़ा नेता बनना होगा वो दबाएगी पैर। क्यों नहीं दबाएगी।
आगे बढ़ाना होगा तो पैर दबाएगी। बड़े इनके चरण दबाने से ही बड़े बनते हैं। विधायक अशोक चांदना का यह वीडियो वायरल हो गया। बस फिर क्या भाजपा नेताओं ने अशोक चांदना को घेरना शुरू कर दिया।
भारतीय जनता पार्टी इस वायरल वीडियो को लेकर अशोक चांदना को जमकर घेर रही है। इस मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया है। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्व मंत्री की महिला विरोधी सोच। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजस्थान को घोषित कर चुके हैं मर्दों का प्रदेश। अब लड़की कैसे लड़े इनसे।
प्रियंका गांधी बताएं। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि राजस्थान विधानसभा में धरना दे रहे कांग्रेस के विधायक यह कह रहे हैं कि जिसको बड़ा नेता बनना है। वह पैर दबाएगी।
नारी शक्ति के प्रति कांग्रेस के नेताओं की यह सोच शर्मनाक और निंदनीय है। लगता है लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ नैतिक मूल्य भी कांग्रेसी विधायक भूल गए हैं। आपको बता दें कि विधायक अशोक चांदना के इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जमकर वायरल किया जा रहा है।
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में मंत्री रहे अशोक चांदना ने विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले कहा कि ओछी मानसिकता को लेकर सवाल करने वालों को मैं जवाब नहीं देता, लेकिन माता बहनों के सम्मान को देखते हुए जवाब देना जरूरी है।
विधानसभा के धरने के दौरान बिस्तर लगाए गए थे। इस दौरान विधायक सुशील डूडी कुर्सी पर बैठी थी। तब एक विधायक ने कहा कि बहन जी आप घर चली जाइए। आप बुजुर्ग हैं। फिर एक विधायक ने कहा कि बहन जी थक गई तो कई महिला छोटी विधायक पैर दबा देगी। मैंने संस्कारों वाली बात कही। क्योंकि सुशीला डूडी बैंच पर लेटी हुई थी।
विधायक चांदना ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए आगे कहा कि राजनीति में इस प्रकार के वाकए होते रहते हैं। भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। वायरल वीडियो को काट छांट कर भाजपा नेता अर्थ का अनर्थ कर देते हैं। जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मैंने इसका जवाब दिया।