- संवाददाता || ई-रेडियो इंडिया
मेरठ में नकली किताबों का जखीरा बरामद। क्रान्तिधरा पर नेताओं की काली करतूतों का राजफास। क्या असली गुनहगार तक पहुंच पायेगी मेरठ की पुलिस?
पहले नकली तेल, फिर क्रिकेट का नकली सामान, और अब नकली किताबों का जखीरा आखिर अवैध कारोबार का गढ़ क्यों बनता जा रहा है अंग्रेजों को चुनौती देने वाला मेरठ? हमारे स्पेशल कार्यक्रम बुराई की बजा डालों में आज देखें इसी मुद्दे पर विशेष रिपोर्ट…
मेरठ में NCERT की नकली किताबों के भण्डाफोड़ से एक बड़ा रहस्य खुला है… इससे भी बड़ा भण्डाफोड़ हुआ है खादी और भ्रष्टाचार के गठजोड़ का… बताया जा रहा है कि इस पूरी कहानी का तार भाजपा नेताओं से जुड़ा हुआ है। इस बात की खुलासा महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल द्वारा जारी निस्कासन पत्र से होता है कि नकली किताब छापने का मुख्य आरोपी भाजपा में मेरठ महानगर का उपाध्यक्ष था। देश में तरक्की की इबारत लिखनी तो दूर जिस किताब से भविष्य गढ़ा जाता है, जो बच्चों के बीच में पढ़ी जाती है… वह भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े की मशीन पर छपी होती है।
इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या होगी कि NCERT की किताबों को मेरठ में बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से छापकर बेचा जा रहा है। यही नहीं NCERT को भी इस बड़े भ्रष्टाचार की भनक तक नहीं लगी.. इस पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है। वहीं पूरे प्रकरण को समाजवादी पार्टी के लोगों ने पुरजोर तरीके से उठाया है… सपा के मेरठ जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह का मानना है कि इसमें पूरी तरह से भाजपा के नेताओं की मिलीभगत करार दिया है… वहीं सपा नेताओं ने मेरठ की पुलिस पर अविश्वसनीयता जताते हुये किसी बड़ी एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।