प्रत्याशियो में उत्साह के साथ बनी असहज की स्थित
गोसाईगंज-अयोध्या। पांचवे चरण का मतदान रविवार को सम्पन्न हो गया।मतदान सम्पन्न होने के बाद सत्ता संग्राम की लड़ाई में गोसाईगंज विधानसभा में किस पार्टी के नेता के सिर पर सेहरा सजेगा,यह राज जानने के लिए लोग गुणा भाग करना शुरू कर दिया है।इस बार के चुनाव में राजनैतिक धुरंधरो को भी चुनाव में जीत हार का गुणा भाग करने में पशीने छूट रहा है।2017 के चुनाव में कुर्मी मतों के सहारे बैतरणी पार कर चुकी भाजपा इस बार 2022 का चुनाव निषाद वोटों के सहारे चुनाव जीत के लिए इतिहास दोहराने को बेताब हैं तो सपा के अभय सिंह भी 2012 के चुनाव का इतिहास 2022 में दोहराने की आस में हैं।परन्तु बसपा के रामसागर वर्मा दोनों बाहुबलियों के बीच हुई काटे की लड़ाई में अपनी जीत का दावा ठोक रहे है।जिससे चुनाव में जीत हार का आंकलन कर पाना बड़ा मुश्किल सा दिख रहा है।जिस तरह यादव मुस्लिम ठाकुर मत अभय सिंह के साथ बहुमत में खड़ा दिख रहा हैं।उसी तरह ब्राहमण निषाद वैश्य मत भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी के पक्ष में खड़ा दिखा।लेकिन अंतिम समय मे कुर्मी निषाद व दलित मतों में बड़ा धुर्वीकरण होता भी दिखाई पड़ा है। इसी के साथ बड़ी संख्या में दलों में क्रास वोटिंग भी हुई हैं। बसपा प्रत्याशी राम सागर वर्मा के साथ पचास फीसदी उनका स्वजातीय मत उनके साथ बहुमत में खड़ा दिखा पर बिरादरी के अन्य लोग सपा भाजपा में डुबकी लगाने को लुका छिपी का खेल खेल रहे थे।मोस्ट बैकवर्ड मतों में सपा प्रत्याशी का बोलबाला दिखा पर भाजपा इन मतों को सहेजने व रोकने के लिए रणनीतिकारों की फौज खड़ी कर दी थी। दलित वोटो में भी धुर्वीकरण सपा भाजपा ने की हैं।मतदाता अंतिम समय तक मौन साधे रहे।उनका मौन रहना ही सबके दिलों की धड़कन बढ़ा रही है।इस बार मतदाता सूची से काफी संख्या में वोटरों का नाम गायब रहा जिससे उनमें रोष दिखा।सपा बसपा भाजपा प्रत्याशी यहां अपने को अभी जीता हुआ मान रहे है।जिससे तीनो खेमो में जीत को लेकर उत्साह के साथ असहज का माहौल बना हुआ है।
Santram Pandey
पत्रकारिता के 40 बसंत पार कर चुके संतराम पांडे, पूर्णकालिक पत्रकार हैं और खाटी पत्रकारिता के जीवंत उदाहरण स्वरूप अंकुरित प्रतिभाओं को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में ई-रेडियो इंडिया के वरिष्ठ संपादक हैं।
Similar Posts
error: Copyright: mail me to info@eradioindia.com