- त्रिनाथ मिश्र, ई-रेडियो इंडिया
अन्तत: कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे को इनकाउंटर में यूपी एसटीएफ ने ढेर कर दिया है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की गाड़ी पलट गई थी, जिसमें विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ले जाया जा रहा था। ठीक उसी समय विकास दुबे पिस्टल लेकर भागने की फिराक में था लेकिन एसटीएफ ने उसे ढेर कर दिया। हालांकि कहानी क्या है ये आप भी समझ रहे होंगे?
पुलिस महकमें में खुशियों की लहर, अपराधी खौफ में
सबसे अहम बात यह है कि एक अपराधी जो 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर चुका था वह एनकाउंटर में मारा गया है और उसके पक्ष में किसी भी कीमत पर खड़े होते हुए नहीं दिखना चाहिए किसी भी राजनेता को, किसी भी अधिकारी को और किसी भी पत्रकार को।
पहली बार तारीख पर तारीख का सिलसिला हुआ खत्म
एक अपराधी मारा गया बहुत बड़ी बात है। यह अब तक क्या होता था अपराधी इसी तरह की वारदातें करते थे और सरेंडर कर के जेल में चले जाते थे और वहां से अपना साम्राज्य चलाते थे। लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि अपराधियों को हैंड टू हैंड खत्म किया जा रहा है। इसका असर यह होगा कि जो भी अपराधी होंगे, जो वारदात करते हैं और यह सोचते हैं कि जेल में जाएंगे और आराम से दस बीस वर्षों तक मुकदमा चलेगा और जीवित रहेंगे तो उनकी इस मंशा पर कहीं ना कहीं विराम लग रहा है। ऐसे में योगी सरकार बधाई की पात्र हैं, इस तरह से इनकाउंटर शुरू किए गए हैं अपराधियों पर लगाम लगेगा।
अफसोस: पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा सरकार पलटने से बच गई
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार पटलने से बचाई गई है, गाड़ी नहीं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री जी आप के शासनकाल में जितने भी बदमाश अरेस्ट होते थे, वह अपनी हरकतों को अंजाम देने के बाद आराम से जेल में रहते थे और वहां से डर का माहौल बनाते थे और आप लोगों की सरकार चलाते थे। ऐसे में अब उस तरह का माहौल खत्म होता जा रहा है तो इसका दुख आपके मन में है तो इस एनकाउंटर का आप बचाव मत कीजिये मत कीजिये। हर हाल में योगी सरकार और यूपी एसटीएफ बधाई की पात्र है।