पटना। बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राजद -जदयू गठबंधन पर सवाल उठाने से पहले देशवासी को बताना चाहिए कि किस तरह सत्ता के लिए अपने धुर राजनीतिक विरोधी पीडीपी से जम्मू कश्मीर में सिद्धांतविहीन समझौता किया था। यह समझौता भाजपा ने अपनी स्वार्थ के खातिर किया था। इसलिए भाजपा को राजद-जदयू तालमेल पर सवाल उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चहिए। वह मंगलवार को जदयू कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहीं थी।
मंत्री सिंह ने कहा कि राजनीति में हर निर्णय समय परिस्थिति के मद्देनजर उठाया जाता है। आज देश में लोकतंत्र खतरे में है। गरीब जनता महंगाई की मार से परेशान है। बेरोजगार युवा प्रतिवर्ष दो करोड़ रोजगार देने के वायदे पूरा होते न देख आक्रोशित है। ऐसी परिस्थिति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के लोकतंत्र की रक्षा व आमजन की परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए नया गठबंधन बनाया है और विपक्षी एकता सूत्रधार बनकर देश के समक्ष नायक बनकर उभरे हैं।
पत्रकारों की ओर से राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर पूछे गए एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने यह न्याय और सत्य की जीत है। भाजपा के लोगों ने साजिश के तहत राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करवाने का जो प्रयास किया था उसको न्यायालय ने निरस्त कर भाजपा के साजिश को विफल कर दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। देश के महान संविधान को नष्ट करना चाहती है। आज देश में अघोषित रूप से आपातकाल लागू है। संघीय ढांचे को तार-तार किया जा रहा है। देश की जनता भाजपा के इन गलत कारनामों को देख रही है। निश्चित रूप से अगले वर्ष देश से भाजपा की विदाई तय है।
मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा आपसी भाईचारा को बिगाड़ने एवं सत्ता के लिए समाज को बांटने का जो कुत्सित प्रयास हो रहा है उसको नाकामयाब करने के लिए जनता दल (यू.) विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए समाज में सद्भाव और अमन चैन बहाल करने के लिए बिहार के हर गांव, कस्बों और मोहल्लों का भ्रमण कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से विपक्षी गठबंधन इंडिया का कारवां बढ़ रहा है उससे भाजपा में भारी बेचैनी और घबराहट की स्थिति बनी हुई है। लिहाजा उनके तमाम वरिष्ठ नेता हर दिन अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं।