Importance of Dhanteras: शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि पर अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रगट हुए थे। इस कारण से हर वर्ष दिवाली के पहले धन त्रयोदशी के रूप में भगवान धन्वंतरि की जन्मदिन मनाया जाता है। इसदिन इनकी विशेष रूप से पूजा आराधना की जाती है।
धनतेरस पर भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। और कुबेर यंत्र, श्रीयंत्र और महालक्ष्मी यंत्र को घर,मंदिर और प्रतिष्ठानों में स्थापित किया जाता है। धनतेरस के दिन सोने, चांदी के आभूषण,सिक्के और बर्तन की खरीदारी होती है। मान्यता है इस दिन खरीदारी करने से साल भर तक 13 गुने की वृद्धि होती है।
इसके अलावा धनतेरस पर झाड़ू और धनिए के बीज की भी खरीदारी करते हैं। धनतेरस दिवाली का पहला दिन होता है। धनतेरस की शाम को घर के मुख्य दरवाजे और आंगन में दीये जलाए जाते हैं।
धनतेरस पूजा का समय
10 नवंबर 2023
शाम 5:45 बजे से 7:40 बजे तक
धनतेरस पूजा विधि-
- सबसे पहले चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।
- अब गंगाजल छिड़कर भगवान धन्वंतरि, माता महालक्ष्मी और भगवान कुबेर की प्रतिमा या फोटो स्थापित करें।
- भगवान के सामने देसी घी का दीपक, धूप और चंदन लगाएं।
- अब देवी-देवताओं को लाल फूल अर्पित करें और सभी को मिष्ठान का भोग लगाएं
- अब आपने इस दिन जिस भी धातु या फिर बर्तन अथवा ज्वेलरी की खरीदारी की है, उसे चौकी पर रखें।
- लक्ष्मी स्तोत्र, लक्ष्मी चालीसा, लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और कुबेर स्तोत्र का पाठ करें।
- धनतेरस की पूजा के दौरान लक्ष्मी माता के मंत्रों का जाप करें और मिठाई का भोग भी लगाएं।
धनतेरस के दिन नई चीजें खरीदने का महत्व-
धनतेरस के दिन सोना-चांदी, धनिया, झाड़ू और नई चीजों को खरीदने का खास महत्व शास्त्रों में वर्णित है। इस दिन शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर व भगवान धनवंतरी प्रसन्न के प्रसन्न होने की मान्यता है। धनतेरस पर बहुत लोग बर्तनों की खरीदारी करते हैं। धनतेरस पर खरीदे गए बर्तनों को अमृत कलश के समान माना जाता है। लेकिन क्या आप जानके हैं कि धनतरेस पर खरीदे बर्तनों में आप कौन-सी चीजों को डालकर ला सकते हैं।
बर्तनों में ला सकते हैं ये तीन चीजें-
धनतेरस के दिन अगर आप कोई बर्तन खरीद रहे हैं तो उसमें जल भरकर ला सकते हैं। इसके अलावा उसमें दूध या शहद भी ला सकते हैं। बर्तनों में सात प्रकार के अनाज लाना भी शुभ माना गया है। जैसे जौ, सफेद तिल, काला चना, मूंग, धान या मसूर दाल आदि ला सकते हैं।
धनतेरस पर कैसे बर्तन न खरीदें
धनतेरस के दिन स्टील या प्लास्टिक के बर्तन खरीदने से बचना चाहिए। इस दिन पीतल या किसी शुद्ध धातु से बने बर्तन ही खरीदने चाहिए। स्टील को लोहे और कार्बन के मिश्रण से बनाया जाता है। इसलिए इसे अशुद्ध धातु माना गया है
इस दिन चावल से जुड़े कुछ खास उपायों को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
- धनतेरस के दिन चावल के साफ और पूर्ण 21 दाने लें। इन्हें लाल रंग के कपड़े में लपेटकर रात को अपनी तिजोरी या धन रखने वाली जगह पर रखें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
- धनतेरस के दिन पूजा के बाद घर के सभी लोगों को माथे पर तिलक लगाना चाहिए। इस तिलक में अक्षत यानी चावल का प्रयोग करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भाग्योदय होता है।
- धनतेरस के दिन तांबे के लोटे में रोली के साथ थोड़ा सा अक्षत मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी बिगड़े काम बन जाते हैं।
- इस दिन चावल के पांच दाने भगवान शिव को चढ़ाने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान शिव को इस चावल अर्पित करने से हर समस्या का हल मिलता है।
- अगर आप कुंडली में चंद्रमा कमजोर है या आप मानसिक रूप से परेशान रहते हैं तो धनतेरस के दिन एक मुट्ठी चावल का दान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से चंद्रमा मजबूत होता है।
धन्यवाद
आपका अपना ज्योतिर्विद
आचार्य हिमांशु त्रिपाठी
93 89 199 352
वेदांती ज्योतिष एवं वास्तु
(ज्योतिषीय परामर्श केंद्र)