मेरठ। सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता स्वर्गीय डा.मुक्ति भटनागर को थाईलैंड में विश्व बौद्ध महासंघ की ओर से अभिधम्मा पाठ आयोजित करके श्रद्धांजलि अर्पित की गई। ऑनलाइन कार्यक्रम में विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्ष डा. पौन चाय पिनया पौ ने अभिधम्मा पाठ के माध्यम से श्रद्धांजलि प्रस्तुत की। सुभारती विश्वविद्यालय के ट्रस्टी सेक्रेट्री डा.कृष्णा मूर्ति ने अभिधम्मा पाठ के लिये ऑनलाइन कार्यक्रम के आरम्भ हेतु डा. पौन चाय पिनया पौय एवं अन्य बौद्ध विद्वानों से निवेदन किया।
डा. पौन चाय पिनया पौ ने श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए सुभारती परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने तथागत बुद्ध के मार्ग पर अग्रसर होते हुए परिनिर्वाण को प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि संघमाता का संसार को त्यागना सुभारती परिवार के साथ भारतवर्ष के लिये अत्यंत कष्टदायी है। सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने कहा कि मेरी स्वर्गीय माता डा. मुक्ति भटनागर जी के लिये जिस प्रकार विश्व बौद्ध महासंघ ने वंदना की है इसके लिये वह उनकी जीवन भर आभारी रहेंगी।
सुभारती ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. हिरो हितो ने कहा कि संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर का व्यक्तित्व हमेशा मानवता की उन्नति हेतु अग्रसर रहा है और उन्होंने अपना पूरा जीवन तथागत बुद्ध की शिक्षाओं का अनुपालन करते हुए व्यतीत किया। सुभारती ग्रुप के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण बौद्ध ने विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्ष डा. पौन चाय पिनया पौ को अभिधम्मा पाठ आयोजित करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
संपूर्ण कार्यक्रम थाईलैंड स्थित विश्व के सबसे बड़े बौद्ध मंदिर धम्मकाया में आयोजित कर लाइव किया गया। अंत में भिक्षुओं द्वारा वंदना की गई। इसके बाद संघदान दिया गया। कार्यक्रम में विश्व बौद्ध महासंघ के विभिन्न देशों के क्षेत्रीय कार्यालयों के अध्यक्षों ने भी प्रतिभाग किया। जिसमें थाइलैंड, म्यांमार, अमेरिका, इंग्लैण्ड, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, ताइवान, सिंगापुर, जापान, कम्बोडिया, वियतनाम, भूटान, बंग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया, आदि देशों के विश्व बौद्ध महासंघ के अध्यक्षों ने संघमाता स्वर्गीय डा. मुक्ति भटनागर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।