आत्मा शरीर धारण करने के लिए पूर्ण स्वतंत्र है: ओशो

तीसरा प्रश्न: भगवान, आत्मा शरीर धारण करने के लिए पूर्ण स्वतंत्र है, तो फिर अपंग, अंधे और लाचार बच्चों के पीड़ा से पूर्ण शरीर का चयन क्यों? अच्छा और सुख से भरा शरीर धारण कर सकती है, क्योंकि यह उसकी स्वतंत्रता है। भगवान, आशीर्वचन का पान कराएं। गुणवंतराय पारिख, आत्मा निश्चय ही स्वतंत्र है, लेकिन […]

Osho on Lau Tzu: वर्षों तक खोज में लगा रहा, सत्य की झलक न मिली

Osho on Lau Tzu: लाओत्सु के जीवन में उल्लेख है: कि वर्षों तक खोज में लगा रहकर भी सत्य की कोई झलक न पा सका। सब चेष्टाएं कीं, सब प्रयास, सब उपाय, सब निष्फल गये। थककर हारा-पराजित एक दिन बैठा है– पतझड़ के दिन हैं– वृक्ष के नीचे। अब न कहीं जाना है, न कुछ […]

आपका संदेश घर-घर पहुंचाना चाहता हूं कैसे करूं, सुनें ओशो ने क्या कहा?

🔴 प्रश्न:– ओशो! मैं आपका संदेश घर-घर, हृदय-हृदय में पहुंचाना चाहता हूं पर लोग बिलकुल बहरे हैं, अंधे हैं। मैं क्या करूं? जो पाया है उसे पाकर न बांटू? यह भी संभव नहीं है। उसे बांटने की भी तो एक अपरिहार्यता है। 🌰 ओशो:- “कृष्ण देव! निश्चय उसे बांटने की अपरिहार्यता है, उससे बचा नहीं […]

Osho Meditation Centre Lucknow || बीस वर्षों से संन्यासियों को समर्पित है ओशो ध्यान केंद्र लखनऊ

Osho Meditation Centre Lucknow: ओशो के ध्यान केंद्रों के लिए आप नीचे दिये गय नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। Osho World,First floor, Karamat market, Nishatganj, Lucknow.Mobile: 9919761119, 9983336746E-mail (preferred): oshocamp@gmail.com Osho Meditation Centre21/214, Near Sherwood Management College,Indira Nagar, Lucknow.Mobile: 9839501228, 9532100279

एक सम्राट की अनसुनी कहानी, ओशो की जुबानी

मैंने सुना है, एक सम्राट अपने कारागृह में गया। उसका जन्मदिन था, और कैदियों को कुछ मिठाई बांटने गया था। और हर कैदी ने कहा कि मै बिलकुल निर्दोष हूं महाराज! जालसाजी है, मुझे फंसा दिया गया। यह अपराध झूठा था, गवाह झूठे थे। यह सब अन्याय हो गया है। मुझे मुक्त करो। हर कैदी […]

प्रेम के जगत में एकमात्र ही भटकाव है, वह है धन: भगवान रजनीश

प्रेम के जगत में एकमात्र ही भटकाव है वह है धन है। यह बड़ी मनोवैज्ञानिक और बड़ी गहरी बात है। फरीद कह रहा है कि प्रेम से चूकने का एक ही उपाय है और वह है कि कंचन में उत्सुक हो जाए। तू धन में उत्सुक हो जाए। अब यह नाजुक है। यह ख्याल बड़ा […]

ययाति की बहुत पुरानी कथा, जीवन बदल देगी जरूर पढ़ें

ययाति की बहुत पुरानी कथा है, जिसमें ययाति सौ वर्ष का हो गया। बहुत मीठी, बहुत मधुर कथा है। तथ्य न भी हो, तो भी सच है। और बहुत बार जो तथ्य नहीं होते, वे भी सत्य होते हैं। और बहुत बार जो तथ्य होते हैं, वे भी सत्य नहीं होते। यह ययाति की कथा […]

चिंतित होना भी ध्यान हो सकता है, बस अपनाएं ये तकनीकि

जब तुम चिंता अनुभव करो, बहुत चिंताग्रस्‍त होओ। तब इस विधि का प्रयोग करो। इसके लिए क्‍या करना होगा? जब साधारणत: तुम्‍हें चिंता घेरती है। तब तुम क्‍या करते हो? सामान्‍यत: क्‍या करते हो? तुम उसका हल ढूंढते हो; तुम उसके उपाय ढूंढते हो। लेकिन ऐसा करके तुम और भी चिंताग्रस्‍त हो जाते हो, तुम […]

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