- अवषेष गन्ना मूल्य भुगतान को सर्वोच्च प्राथमिकता पर करने के गन्ना मंत्री ने दिये कड़े निर्देश
- गन्ना कृषकों का समयान्तर्गत भुगतान न किये जाने पर चीनी मिल अधिकारी को कार्यवाही किए जाने की दी गई चेतावनी
- आगामी पेराई सत्र 2022-23 हेतु चीनी मिलों की मरम्मत एवं रखरखाव का कार्य उत्कृष्ट गुणवत्ता एवं मानकों के आधार पर किए जाने के निर्देश
मेरठ। प्रदेश के मंत्री, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, उ.प्र. सरकार, लक्ष्मी नारायण चौधरी ने सर्किट हाउस मेरठ में विभागीय समीक्षा बैठक में चीनी मिलों को निर्देशित किया कि गन्ना किसानों को त्वरित गन्ना मूल्य का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर करें। समीक्षा बैठक में उप गन्ना आयुक्त, मेरठ राजेश मिश्र, सहारनपुर डाॅ. दिनेश्वर मिश्र, मुरादाबाद अमर सिंह के साथ समस्त जिला गन्ना अधिकारी परिक्षेत्र मेरठ, जिला गन्ना अधिकारी बिजनौर, शामली, मुजफ्फरनगर एवं चीनी मिलों के अध्यासी/प्रधान प्रबन्धक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मंत्री द्वारा परिक्षेत्र-मेरठ की चीनी मिल दौराला, सकौती, मवाना, नंगलामल, साबितगढ़, अगौता, बुलन्दशहर, परिक्षेत्र-सहारनपुर की चीनी मिल खतौली, मंसूरपुर, टिकौला, तितावी, रोहाना कलाॅ एवं परिक्षेत्र-मुरादाबाद की चीनी मिल धामुपर, धनौरा, स्योहारा, बरकतपुर, चाॅदपुर को निर्देशित किया गया कि 15 जून तक प्रत्येक दशा में शत प्रतिशत भुगतान करना सुनिश्चित करें।
साथ ही अन्य मिलों को अन्य संशाधनों से धनराशि जुटाकर वर्तमान पेराई सत्र 2021-22 का गन्ना मूल्य भुगतान आगामी पेराई सत्र 2022-23 से पूर्व ही शत प्रतिशत भुगतान किए जाने के निर्देश दिए गए। अन्यथा की स्थिति में समयान्तर्गत गन्ना मूल्य भुगतान न किये जाने पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाए जाने की चेतावनी दी गई तथा जो चीनी मिल वर्तमान में गन्ना पेराई कार्य कर रही है, उन्हें समस्त गन्ना पेराई किए जाने के पश्चात् ही चीनी मिल बंद किए जाने के निर्देश दिए गए एवं मंत्री ने बैठक में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों एवं चीनी मिलों के अध्यासी/प्रधान प्रबन्धक को सम्बोधित करते हुए कहा कि आगामी पेराई सत्र 2022-23 के संचालन हेतु चीनी मिलों की मरम्मत एवं रखरखाव का कार्य उत्कृष्ट गुणवत्ता एवं मानकों के आधार पर किया जाये।