Operation Jhadu का पूरा सच यहां जानें
Operation Jhadu का पूरा सच यहां जानें

Operation Jhadu का पूरा सच यहां जानें

author
0 minutes, 1 second Read

Operation Jhadu: आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मुद्दों को भटकाने की कला में जितने माहिर हैं, उतना सियासत से जुड़ा कोई अन्य लीडर नहीं है।
अपनी इसी कला के प्रदर्शन के लिए उन्होंने रविवार को भाजपा दफ्तर जाकर धरना देने की योजना बनाई थी। वह अच्छी तरह समझ गए थे कि उनके निजी सचिव विभव कुमार के अरेस्ट होने के बाद प्रॉब्लम होना तय है। अपनी इसी असहजता को खत्म करने के लिए उन्होंने रविवार को एक नई कहानी बताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम आदमी पार्टी (आप) को बर्बाद करने के लिए ऑपरेशन झाड़ू के नाम से तीन योजनाएं बनाई हैं।

उन्होंने अपनी बातों की पुष्टि के लिए कहा कि, ‘जो लोग उनसे मिलते हैं, वे उन्हें भी जानते हैं। बाहर आकर सभी लोग बताते हैं कि पीएम उनसे 15 मिनट तक आम आदमी पार्टी की ही बात करते हैं। इसकी वजह यह है कि उन्हें इस बात का डर है कि आम आदमी पार्टी जल्दी ही भाजपा के लिए अन्य राज्यों में भी चुनौती पेश करेगी।’

उन्होंने पीएम द्वारा तैयार जिन तीन कार्य योजनाओं की चर्चा की उनमें पहली है आप नेताओं की गिरफ्तारी, दूसरी है आप के खाते सील करना और तीसरी है आप के दफ्तर को खाली कराना। केजरीवाल यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि उनकी पार्टी के नेताओं पर जो आरोप हैं, उसके लिए ही उन्हें जेल जाना पड़ रहा है। रही बात पार्टी के बैंक खातों को सील किए जाने की तो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने जब आम आदमी पार्टी को आरोपी बना ही दिया है तो उसके खाते सील होना भी स्वाभाविक है।

जहां तक दफ्तर खाली कराने की बात है तो यह भी खुला रहस्य है कि सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी को इस बात के लिए चेतावनी दे रखी है कि जिस जमीन पर उनका दफ्तर है वह दिल्ली हाईकोर्ट की जमीन है, इसलिए उसे खाली करना ही पड़ेगा। इसलिए केजरीवाल ने तीन बातें वही कहीं, जिनका अनुमान उन्हें ही नहीं सभी को है। केजरीवाल अच्छी तरह जानते हैं कि पार्टी में प्रधानमंत्री का डर दिखाकर किस तरह अपने नेतृत्व को कायम रखना है। यही नहीं वह यह भी अच्छी तरह जानते हैं कि ध्यान भटकाने के लिए मुद्दों को कैसे पैदा किया जाता है। स्वाति मालीवाल पिटाईं के बाद पार्टी नेताओं को दिशा देने के लिए ही पार्टी पर आसन्न संकटों का उल्लेख किया है।

author

editor

पत्रकारिता में बेदाग 11 वर्षों का सफर करने वाले युवा पत्रकार त्रिनाथ मिश्र ई-रेडियो इंडिया के एडिटर हैं। उन्होंने समाज व शासन-प्रशासन के बीच मधुर संबंध स्थापित करने व मजबूती के साथ आवाज बुलंद करने के लिये ई-रेडियो इंडिया का गठन किया है।

Similar Posts

error: Copyright: mail me to info@eradioindia.com