मेरठ। मवाना ब्लॉक के गांव बहजादका में शनिवार को मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने तालाब उत्सव का शुभारंभ हवन पूजन करके किया। वहीं, ग्रामीणों से जल को बर्बाद न होने देने का आह्वान किया। गांव में डॉ. भीमराव अंबेडकर पुस्तकालय व कंप्यूटर भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया। उधर, तालाब के समीप मंडलायुक्त ने स्वयं श्रमदान कर अंबेडकर पार्क में पौधरोपण किया। अध्यक्षता गौतम शर्मा और संचालन प्रधान अजय चौधरी ने किया।
मुख्य अतिथ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि तालाब पुरातनकाल से ही हमारी जीवन पद्धति का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। तालाब जहां जल संरक्षण की अति आवश्यक इकाई बने हुए हैं, वहीं हमारे धार्मिक अनुष्ठानों में भी इनका योगदान हमेशा से रहा है। गांव से लेकर शहर तक तालाब प्रासंगिक थे, हैं और आगे भी रहेंगे। अगर भारत के सभी तालाबों को पुनर्जीवित कर लें तो किसी हद तक देश के जल संकट का समाधान संभव है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गांवों के तालाबों का अस्तित्व मिटने के कारण जलभराव और भूजल प्रदूषण जैसी समस्याएं देखी जा रही हैं। स्वयं तालाबों की एवं तालाबों के कारण उपजी समस्याओं के लिए तालाबों का स्थाई पुनर्जीवन ही एक उपाय है। तालाब उत्सव कोई अभियान न होकर एक कार्यक्रम है, जो अनवरत चलता रहेगा। उन्होंने घोषणा की कि जो भी गांव तालाब उत्सव कार्यक्रम के साथ जुड़कर कार्य करेगा उसको प्रशासनिक मदद के साथ-साथ उस गांव में लाइब्रेरी (फर्नीचर सहित), कंप्यूटर और सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र खोला जाएगा।
200 तालाबों को पुनर्जीवित या नए तालाब बनाने का लक्ष्य
मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि तालाब उत्सव कार्यक्रम मंडल के पांच जनपद बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, गाजियाबाद में भी संचालित किया जाएगा। कहा कि प्रत्येक जनपद में मानसून अर्थात जुलाई 2022 से पहले 200 तालाबों को पुनर्जीवित या नए तालाब बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। मेरठ मंडल में मानसून से पहले 1200 तालाबों को पुनर्जीवित किया जाना है।
महिला सहायता समूह को प्रोत्साहित करें
मंडलायुक्त ने महिला सहायता समूह केंद्रों पर बने सामान का निरीक्षण किया और जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम समापन के दौरान कमिश्नर और जिला पंचायत राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव को ग्राम प्रधानों ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया है।
ये लोग रहे मौजूद
मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी, तहसीलदार आकांक्षा जोशी, बीडीओ अमरीश कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी ध्यानचंद सिंह, नीर फाउंडेशन के जिला संयोजक नंदी, ग्राम पंचायत सचिव वैभव कुमार, सचिव सुशील कुमार, प्रधान कैप्टन बिजेंदर फौजी, प्रधान फतेह शर्मा, प्रधान सूरजमल जाटव आदि रहे।