शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष नेताओं का शामिल होना शिष्टाचार
प्रयागराज। यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के बाद राजधानी लखनऊ में शपथ ग्रहण की तैयारियां तेज हो गई है। 25 मार्च को अटल बिहारी बाजपेई ईकाना स्टेडियम में सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी कैबिनेट के शपथ लेने की तैयारी चल रही है। योगी सरकार हर वर्ग को ध्यान में रख कर योजनाएं लागू करेगी।
योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को अपने आवास पर कहा कि सरकार शपथ ग्रहण करने के बाद पार्टी के लोक संकल्प पत्र को लागू करने की दिशा में तेजी से काम करेगी। 2017 में भी पार्टी ने अपने लोक संकल्प पत्र को लागू करने का काम किया है। जिसके चलते प्रदेश की जनता ने दोबारा भाजपा को जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार युवाओं, किसानों और महिलाओं के साथ ही हर वर्ग को ध्यान में रखकर योजनाएं लागू करेगी। ताकि प्रदेश की जनता को सीधे तौर पर लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने स्वरोजगार के माध्यम से तीन करोड़ लोगों को रोजगार भी दिया है।
हालांकि योगी सरकार के कैबिनेट में किसे जगह मिलेगी, के सवाल पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि ये फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और सीएम को करना होता है। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण के पहले पार्टी की ओर से पर्यवेक्षक गृह मंत्री अमित शाह भी लखनऊ आयेंगे और उनकी मौजूदगी में ही सीएम योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का औपचारिक तौर पर नेता चुना जाएगा।
वहीं योगी पार्ट टू के शपथ ग्रहण में सपा मुखिया अखिलेश यादव के शामिल न होने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष नेताओं का शामिल होना शिष्टाचार है। उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने 2017 में यह शिष्टाचार निभाया था। उन्होंने कहा कि राजभवन हमेशा शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के नेताओं को भी आमंत्रित करता है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के चुने गए सीएम पुष्कर सिंह धामी और गोवा के सीएम प्रमोद सावंत को बधाई दी। कहा कि पूरी उम्मीद करता हूँ कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में आगे भी दोनों सरकारें बेहतर कार्य करेंगी। इस दौरान उन्होंने आवास पर भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ शहर पश्चिमी के चुनाव में लगे प्रमुख जनों का कुशलक्षेम भी पूछा।