न्यायालय के आदेश पर सड़क पर आ रही कब्रिस्तान की दीवार को तोड़ा गया
स्योहारा (इमरान मंसूरी)। आज के समय में इंसान न सिर्फ दुनिया और समाज में परेशान है बल्कि मरने के बाद भी उसका आखरी मुकाम यानी कब्रिस्तान आदि पर भी कुछ असभ्य लोगो की नज़र रहती है इसी क्रम में शनिवार को सपा सरकार में रास्ते की भूमि को कब्रिस्तान में मिला कर चाहरदीवारी किये जाने पर शिकायत कर्ता की अपील पर उच्च न्यायालय क़े आदेश पर तहसील प्रशासन ने चहारदीवारी को ध्वस्त करा दिया है!
सपा की अखिलेश सरकार में जल निगम की कार्यदाई संस्था सीएनडीएस ने क्षेत्र क़े गांव महमूदपुर में अल्पसंख्यक विभाग क़े मद से कब्रिस्तान की चाहरदीवारी की थी ! कब्रिस्तान खसरा नंबर 685 में दर्ज हैं जबकि खसरा नंबर 786 जो की रास्ते में दर्ज है उसको भी कब्रिस्तान की चाहरदीवारी में मिला कर अवैध कब्ज़ा किया गया था ! गांव निवासी एडवोकेट सत्यवीर त्यागी ने जिलाधिकारी सहित अन्य अफसरों से मामले की शिकायत करते हुए 9.8 मीटर सड़क की भूमि को कब्रिस्तान में मिलाने का आरोप लगाया था कि सड़क की भूमि शामिल है लैकिन मामला कब्रिस्तान का होने क़े कारण अधिकारी कार्यवाई से बचते रहे!
याचिका 1088/2020 सत्यवीर त्यागी बनाम उत्तर प्रदेश सरकार एवं अन्य में पारित आदेश दिनांक 13.10.2020 में कब्जे को धवस्त करने का आदेश हुए ! जिस पर शनिवार को तहसीलदार रमेश चंद चौहान राजस्व निरीक्षक महिपाल सिंह हल्का लेखपाल चंद्रशेखर थानाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार गौड़ भारी पुलिस बल क़े साथ गांव महमूदपुर पहुंचे ! ग्रामीणों व कब्रिस्तान क़े मुतबल्ली की मौजूदगी में तहसील प्रशासन ने जेसीबी मशीन से कब्रिस्तान की अवैध चहारदीवारी को ध्वस्त कर दिया !
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