अयोध्या में एकत्रित हो गए लाखों लोगों को रामनगरी से बाहर निकालने के लिए प्रशासन जुट गया है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अगले दिन मंगलवार को अयोध्या धाम स्टेशन पर उमड़ी श्रद्धालुओं को वापस भेजने के लिए तत्काल पांच स्पेशल ट्रेन चलाने से बड़ी राहत मिली।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बुधवार को रेलवे के आईजी आरपीएफ, डीआरएम और एसपी जीआरपी ने बैठक कर 26 जनवरी से अयोध्या आने वाली आस्था स्पेशल ट्रेनों को लेकर रणनीति बनाई। बता दें कि शुक्रवार से अयोध्या में केवल ट्रेनों के जरिए रोजाना करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
बता दें कि मंगलवार को अयोध्या में रामलला के दर्शन करने आई अप्रत्याशित भीड़ ने जब वापस जाने के लिए अयोध्या धाम स्टेशन का रुख करना शुरू किया तो अधिकारियों को भी पसीना आने लगा। दोपहर तीन बजे तक स्टेशन पर पांच हजार से अधिक श्रद्धालु दो प्लेटफॉर्म पर जमा हो चुके थे। हालात बिगड़ते, इससे पहले अधिकारियों ने पांच स्पेशल ट्रेनें चलाकर श्रद्धालुओं को वापस भेजना शुरू कर दिया।
रात आठ बजे तक करीब 20 हजार श्रद्धालुओं को वापस भेजा जा चुका था। सबसे पहले स्पेशल ट्रेन को वाराणसी और उसके बाद प्रयागराज भेजा गया। एडीजी जीआरपी जय नारायन सिंह ने बताया कि शुक्रवार से ट्रेनों से आने वाली भीड़ के दृष्टिगत श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था होने से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इससे सबक लेकर आगे भी स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गयी है।