- गिरनार तीर्थ पर पांचवीं टौक के संबंध में दिया बयान
- प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा, भाजपा नेता की निंदा
- जैन समाज ने एकजुटता दिखाई, मुकदमा की मांग
जैन समाज के लोगों ने बुधवार को तहसील में प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। उन्होंने भाजपा नेता के बयान की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की।
लोगों का कहना है हम अहिंसा के पुजारी हैं, लेकिन कमजोर नहीं हैं। अगर हमारे मुनियों की सुरक्षा नहीं की गई, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। कहा कि गुजरात के जूनागढ़ जिले के गिरनार तीर्थ पर पांचवीं टौक से जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ मोक्ष गए हैं। सैकड़ों वर्षों से यह पर्वत जैन धर्माव लंबियों के लिए आस्था का केंद्र हैं।
आपको बता दें कि भाजपा सांसद महेश गिरी ने 28 अक्टूबर को सनातन धर्म के नाम से साधुओं का सम्मेलन किया था। इस दौरान जूनागढ़ के पीठाध्यक्ष और पूर्व बीजेपी सांसद ने गिरनार पर्वत पर दत्तात्रेय समाज का अधिकार बताते हुए जैन समाज के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने जैन समाज, मुनियों और श्रद्धालुओं से पोछा लगवाने, सफाई करवाने की बात कही। न्याय शासनम कानूनी संस्था ने बताया कि महेशगिरी के सहयोगी जैन श्रद्धालुओं के साथ पहले भी मारपीट, धमकी और उन पर जानलेवा हमला कर चुके हैं।
इसके बाद उनके खिलाफ न्याय शासनम कानूनी संस्था ने भी पूर्वी दिल्ली के पूर्व सांसद और जूनागढ़ के पीठाध्यक्ष महेश गिरी के खिलाफ ज्योति नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
अब बागपत के जैन समाज ने पूर्व सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में प्रवीण कुमार जैन, अनुराग मोहन, तरग जैन, विनय जैन, कमल जैन, सन्तोष जैन एडवोकेट, मनोज जैन आदि रहे।