Love Ishq

इश्क़ जैसा था तो, लेकिन था नही

0 minutes, 0 seconds Read

इश्क़ जैसा था तो लेकिन था नही।
इसलिए वो रूह में उतरा नही।

खुद को दरिया कह रहा था प्यार का।
जो हमारी प्यास तक पंहुचा नही।

आपको मिलते भला हम किस तरह,
हमसे हमको आपने मांगा नही

इक़ कयामत इस पे टूटी एक दिन
दिल हमारा मद्दतों धड़का नही।

खूब बहकाया सभी को इश्क़ ने।
सिर्फ मैं ही आज तक बहका नही

पंकज अंगार
8090853584

डी. एम. मिश्र की आठ चुनावी ग़ज़लें – eRadioIndia

author

Pratima Shukla

प्रतिमा शुक्ला डिजिटल पत्रकार हैं, पत्रकारिता में पीजी के साथ दो वर्षों का अनुभव है। पूर्व में लखनऊ से दैनिक समाचारपत्र में कार्य कर चुकी हैं। अब ई-रेडियो इंडिया में बतौर कंटेंट राइटर कार्य कर रहीं हैं।

Similar Posts

error: Copyright: mail me to info@eradioindia.com