मेरठ। इनदिनों चैत मास शुरू होने के साथ ही मेरठ और आसपास के जिलों में तापमान 40 के आसपास पहुंच रहा है। बुधवार को मेरठ में अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री रहा। वहीं अगर बात मंगलवार की करें तो मेरठ में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री रहा था। इस बीच मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी की आंशका जताई है।
आठ अप्रैल से हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। पारा 41 से अधिक पहुंचेगा। ऐसे में बेहद ही सावधानी बरतने की जरूरत है। वेस्ट यूपी के कई जिले इनदिनों तपिश से झुलस रहे हैं। एक दो दिनों में लू चलने के भी आसार बन रहे हैं। सोमवार को सुबह से ही तेज धूप ने पसीना-पसीना कर दिया। पूरे दिन गर्मी से कोई राहत नहीं है। वहीं रात में तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगा है।
पारा पहुंचा 39 डिग्री, अभी राहत की उम्मीद नहीं
मेरठ जनपद का पारा शुक्रवार को 39 डिग्री पर पहुंच गया। बुधवार को तेज धूप रही। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री रहा। माह में दूसरी बार है जब तापमान 39 डिग्री रहा है। मौसम विज्ञानियों ने एक दो दिन में तापमान 40 के बिंदु के पार जाने की संभावना जताई है। लू चलने की आशंका के बीच घर से बाहर पूरी तैयारी के साथ ही निकलें। अप्रैल का पहला हफ्ता खासा तपिश वाला रहने वाला है। ऐसे में ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है। लगातार तेज धूप से सामना आपको पसीना-पसीना कर सकता है। अभी राहत के आसान कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं।
मार्च में रहा अधिकतम पारा
इस प्रकार का अनुमान मार्च के अधिकतम औसत तापमान को देखते हुए आगामी दिनों के लिए मौसम विज्ञानियों ने लगाया है। 2010 के बाद इस साल मार्च माह में अधिकतम तापमान का औसत 31.3 डिग्री रहा, जो 12 साल पूर्व 32.3 डिग्री था। मार्च का औसत तापमान सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक रहा। 2010 से पहले 2002 में यह 32 डिग्री तक पहुंचा था। इस बीच मेरठ में रविवार को अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री रहा। वहीं मेरठ और आसपास के जिलों में पारा अब 40 तक पहुंचने की ओर है।
अगले एक सप्ताह तक गर्मी से कोई राहत नहीं
वहीं दूसरी ओर भीषण गर्मी की चपेट में दिल्ली, ज्यादातर जगह चल रही लू। तेज धूप के बीच 39 से 42 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज हो रहा अलग-अलग इलाकों का तापमान। 12 तारीख तक के लिए मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान पर ट्रफ के रूप में बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी मप्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। जम्मू कश्मीर में मार्च महीने में ही कड़े तेवर दिखाने वाली गर्मी अप्रैल महीने में भी छुड़ाएगी पसीने। अप्रैल महीने के पहले पखवाड़े में भी शुष्क रहेगा मौसम। ऐसे में गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नही हैं।